Tuesday, June 23, 2015



  दिल से दिल मिले होते
तो हमारे भी सपने पुरे हो जाते ,
फूल काँटों पे नहीं खिले होते,
तो फूल तो कोई भी बन जाते, अगर कांटे नहीं होते!
नाम ना लो उस मोहब्बत का,
मोहब्बत तो हम भी कर चुके है..
लोग कहते है मोहब्बत जिन्दगी है,
पर हम तो कब के मर चुके है...!!  ..

 
जभी मिलती है inbox पे कुछ कहने से डरती है वो..
कब आउंगा में online इस इंतज़ार में रहती है वो..
बड़ी ही सरीफ है बात बात पे शर्माती है वो...
गुस्सा न हो जाऊं कहीं हर बात पे sorry बोलती है वो...
मेरे लिऐ आज भी थोड़ा सा वक्त खर्च करती है वो ...
google पर आकर आज भी मुझे सर्च करती है वो.. ...
 
तु ही मिल जाए मुझे बस इतना ही काफी है,
मेरी हर सांस ने बस ये ही दुआ मांगी है...
जाने क्यूँ दिल खिंचा चला जाता है तेरी तरफ,
क्या तूने भी मुझे पाने की दुआ मांगी है...! ..
 
 
 


थोडा उत्सुक हूँ ,थोडा डर रहा हूँ ।
तेरे आने का इंतजार कर रहा हूँ ।
उछाल कर के सिक्का ख्वाबों का ।
मैं अपनी किस्मत को पढ रहा हूँ । ...
 
जैसे धुऐं के पीछे से सूरज का चमकना,
घने बादलों के पीछे से चाँद का खिलना,
पंखुडियाँ खोलकर कमल का खिलखिलाना,
वैसे घूँघट की आड से तेरा लाजवाब मुस्कुराना। ...